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सोमवार, 21 अगस्त 2017

सरकार द्वारा बहुत ही सराहनीय कदम

अब अगर आप सड़क पर चल रहे किसी भी वाहन के मालिक का नाम जानना चाहते हैं
आपको टाइप करना है VAHAN स्पेस गाड़ी का नंबर और भेजना है 7738299899 पर, कुछ ही देर में आपको रिटर्न मेसेज प्राप्त होगी जिसमें वाहन मालिक का नाम, वाहन किस क्षेत्र का है और गाड़ी के माड्ल का नाम प्राप्त हो जाएगा.........
इससे आपको...... ट्रेफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों और एक्सीडेंट करने वाले या जिस वाहन का एक्सीडेंट हुआ है उनकी कम्पलेंट करने या शिनाख्त करने में मदद मिलेगी
जैसे :-
VAHAN AP28ANXXXX

बहुत अच्छा संदेश है, कृपया इस नम्बर को मोबाइल मे सेव करें एवं अन्य लोगों तक भी पहुंचाए........
अपनी गाड़ी का नंबर भी ट्राई करें।

जीवन मंत्र

👌👌👌👌👌👌👌👌👌
पानी में गुड डालिए, बीत जाए जब रात!
सुबह छानकर पीजिए, अच्छे हों हालात!!
*धनिया की पत्ती मसल, बूंद नैन में डार!*
दुखती अँखियां ठीक हों, पल लागे दो-चार!!
*ऊर्जा मिलती है बहुत, पिएं गुनगुना नीर!*
कब्ज खतम हो पेट की, मिट जाए हर पीर!!
*प्रातः काल पानी पिएं, घूंट-घूंट कर आप!*
बस दो-तीन गिलास है, हर औषधि का बाप!!
*ठंडा पानी पियो मत, करता क्रूर प्रहार!*
करे हाजमे का सदा, ये तो बंटाढार!!
*भोजन करें धरती पर, अल्थी पल्थी मार!*
चबा-चबा कर खाइए, वैद्य न झांकें द्वार!!
*प्रातः काल फल रस लो, दुपहर लस्सी-छांस!*
सदा रात में दूध पी, सभी रोग का नाश!!
*प्रातः- दोपहर लीजिये, जब नियमित आहार!* तीस मिनट की नींद लो, रोग न आवें द्वार!!
*भोजन करके रात में, घूमें कदम हजार!*
डाक्टर, ओझा, वैद्य का , लुट जाए व्यापार !!
*घूट-घूट पानी पियो, रह तनाव से दूर!*
एसिडिटी, या मोटापा, होवें चकनाचूर!!
*अर्थराइज या हार्निया, अपेंडिक्स का त्रास!*
पानी पीजै बैठकर, कभी न आवें पास!!
*रक्तचाप बढने लगे, तब मत सोचो भाय!*
सौगंध राम की खाइ के, तुरत छोड दो चाय!!
*सुबह खाइये कुवंर-सा, दुपहर यथा नरेश!*
भोजन लीजै रात में, जैसे रंक सुरेश!!
*देर रात तक जागना, रोगों का जंजाल!*
अपच,आंख के रोग सँग, तन भी रहे निढाल^^
*दर्द, घाव, फोडा, चुभन, सूजन, चोट पिराइ!*
बीस मिनट चुंबक धरौ, पिरवा जाइ हेराइ!!
*सत्तर रोगों कोे करे, चूना हमसे दूर!*
दूर करे ये बाझपन, सुस्ती अपच हुजूर!!
*भोजन करके जोहिए, केवल घंटा डेढ!*
पानी इसके बाद पी, ये औषधि का पेड!!
*अलसी, तिल, नारियल, घी सरसों का तेल!*
यही खाइए नहीं तो, हार्ट समझिए फेल!
*पहला स्थान सेंधा नमक, पहाड़ी नमक सु जान!*
श्वेत नमक है सागरी, ये है जहर समान!!
*अल्यूमिन के पात्र का, करता है जो उपयोग!*
आमंत्रित करता सदा, वह अडतालीस रोग!!
*फल या मीठा खाइके, तुरत न पीजै नीर!*
ये सब छोटी आंत में, बनते विषधर तीर!!
*चोकर खाने से सदा, बढती तन की शक्ति!*
गेहूँ मोटा पीसिए, दिल में बढे विरक्ति!!
*रोज मुलहठी चूसिए, कफ बाहर आ जाय!*
बने सुरीला कंठ भी, सबको लगत सुहाय!!
*भोजन करके खाइए, सौंफ, गुड, अजवान!*
पत्थर भी पच जायगा, जानै सकल जहान!!
*लौकी का रस पीजिए, चोकर युक्त पिसान!*
तुलसी, गुड, सेंधा नमक, हृदय रोग निदान!
*चैत्र माह में नीम की, पत्ती हर दिन खावे !*
ज्वर, डेंगू या मलेरिया, बारह मील भगावे !!
*सौ वर्षों तक वह जिए, लेते नाक से सांस!*
अल्पकाल जीवें, करें, मुंह से श्वासोच्छ्वास!!
*सितम, गर्म जल से कभी, करिये मत स्नान!*
घट जाता है आत्मबल, नैनन को नुकसान!!
*हृदय रोग से आपको, बचना है श्रीमान!*
सुरा, चाय या कोल्ड्रिंक, का मत करिए पान!!
*अगर नहावें गरम जल, तन-मन हो कमजोर!*
नयन ज्योति कमजोर हो, शक्ति घटे चहुंओर!!
*तुलसी का पत्ता करें, यदि हरदम उपयोग!*
मिट जाते हर उम्र में,तन में सारे रोग। 🌸
*कृपया इस जानकारी को जरूर आगे बढ़ाएं*💐

घर में उग आए पीपल तो भूलकर के भी ना करें ये काम ! हो जाएगा ‘सत्‍यानाश,

अगर आपके घर के किसी भी हिस्‍से में पीपल का पेड़ उग आए तो उसे लेकर ज्‍यादा सावधानी बरतने की जरुरत है। क्‍योंकि इसमें तीन देवताओं का वास होता है।     

आपने अकसर देखा होगा कि कई घरों के बाहर पीपल का पेड़ अपने आप उगने लगता है। ज्‍यादातर पीपल का ये पेड़ घर के नमी वाले हिस्‍से में उगता है। कई लोग जाने-अनजाने में इस पेड़ को काटकर फेंक देते हैं। लेकिन, अगर आप एस्‍ट्रोलॉजी और वास्‍तुशास्‍त्र में यकीन रखते हैं तो कभी भी इस पेड़ को इस तरह मत छेडि़ए और ना ही इसका अनादर कीजिए। जरा सी चूक अपने भाग्‍य को दुर्भाग्‍य में बदल सकती है। आपको पछताना पड़ सकता है। ज्‍योषित शास्‍त्र में माना गया है कि पेड़ नकारात्‍मक शक्तियों को दूर करते हैं। लेकिन, कुछ खास तरह के पेड़ों के साथ सावधानी ना बरती जाए तो आपके जीवन पर ये सब भारी पड़ सकता है। पीपल का पेड़ भी उन्‍हीं में से एक है।

पहली बात ये है कि घर में कभी भी कांटेदार या फिर दूध निकलने वाले पौधे नहीं लगाना चाहिए। ऐसे पौधे निगेटिव एनर्जी पैदा करते हैं। आजकल लोग अपने बेडरुम में भी पौधों को लगाते हैं। लेकिन, वास्‍तुशास्‍त्र के नजरिए से से ये अशुभ है। इससे पति-पत्‍नी के रिश्‍तों में तनाव पैदा होता है। वहीं अगर आपके घर की किसी भी दीवार पर पीपल का पौधा उग आता है तो उसे काट कर फेंकने की बजाए उसे पूजा-पाठ करने के बाद किसी गमले में लगा दीजिए। शास्‍त्रों में माना गया है कि पीपल के पेड़ में तीन देवताओं का वास होता है। पीपल की तुलना कल्‍पवृक्ष से भी की जाती है। कहा जा जाता है कि पुराने समय में जब लोग कल्पवृक्ष के नीचे खड़े होकर सच्‍चे मन से किसी चीज को मानते थे तो उनकी मन्‍नत जरुर पूरी होती थी।

कलियुग में कल्‍पवृक्ष तो नहीं हैं लेकिन, इसकी उपाधि पीपल को दी गई है। शास्‍त्रों में लिखा है कि अगर कोई इंसान सच्चे भाव से संकल्प लेकर नियमित रूप से पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाता है उसकी पूजा अर्चना करता है तो मनुष्य को वो सबकुछ मिल जाता है जिसकी उसे कामना होती है। पीपल में देवताओं के अलावा पितरों का भी वास माना जाता है। इस वृक्ष में ब्रह्मा, विष्‍णु और महेश विराजमान हैं। स्कंदपुराण में बताया गया है कि पीपल के मूल में विष्णु और इसके तने में केशव विराजमान हैं। जबकि शाखाओं में नारायण और पत्तों में भगवान श्री हरि और फलों में सभी देवताओं का वास है। हर कोई इस वृक्ष को धार्मिक दृष्टि से देखता है। इसकी पूजा-अर्चना की जाती है। इस पेड़ को सींचने से भी पापों का नाश होता है।

ऐसे में अगर आप इस पेड का अनादर कर उसे उखाड़ देते हैं और इसे फेंक देते हैं तो सीधे तौर पर शास्‍त्रों में इसे भगवान का अपमान माना गया है। जिससे देवता नाराज हो जाते हैं और इसका दंड मनुष्‍य को मिलता है। इसलिए आपको पीपल के पेड़ को लेकर ज्‍यादा सर्तक रहने की जरुरत है। घर के किसी भी हिस्‍से में अगर आपको ये वाला पेड़ मिलता है तो पहले अपना शुद्ध मन से उसकी पूजा करें। उस पर जल चढ़ाएं। उसके आगे धूप बत्‍ती और दिया जलाएं। इसके बाद आप प्रभु से उनकी इजाजत लेकर पूरी सम्‍मान के साथ इस पेड़ को घर के उस हिस्‍से से निकालकर गमले या फिर पार्क में रोपित कर दें। इस दौरान भगवान से अपनी गलतियों के लिए माफी भी मांग ले। ताकि प्रभु की दयादृष्टि आप पर बनी रहे।

शनिवार, 19 अगस्त 2017

मस्से और तिल को जड़ से खत्म करेंगे ये असरदार घरेलू उपाय

चेहरे पर मौजूद मस्से और तिल काल दाग की तरह नजर आते है, जो चेहरे की सुंदरता बिगाड़ देते है। बहुत से लोगों के चेहरे पर जन्म से हि तिल मौजूद होते है लेकिन कुछ लोगों के चेहरे पर उम्र बढ़ने के साथ तिल और मस्सों की गिनती बढ़ने लगती है। अगर तिल होंठों के पास हो तो चेहरे की खूबसूरती बढ़ जाती है लेकिन पूरे चेहरे पर नजर आने लगते है। इनसे छुटकारा पाने के लिए बहुत सी लड़कियां सर्जरी का सहारा लेती है लेकिन इनमें पैसा तो खर्च होता ही है साथ ही चेहरे पर इसके कई साइड-इफैक्ट्स नजर आने लगते है। अगर आप भी अपने चेहरे पर मौजूद तिल और मस्सों से परेशान है तो हम आपको कुछ घरेलू तरीके बताएंगे, जिनकी मदद से आपकी यह समस्या भी गायब हो जाएगी।

1. सिरका
रूई की मदद से सिरके को मस्सों पर लगाएं। इसके बाद 10-15 मिनट तक इसको गुनगुने पानी से साफ करें। इस नुस्खे को लगातार कुछ दिनों तक करने से मस्से झड़ जाएगे।

2. गुलाब जल
गुलाब जल को कुछ समय के लिए धूप में हल्का गर्म होने के लिए रख दें। इसको त्वचा पर लगाने से रोमछिद्रों की चिकनाई निकलती है, जिससे स्किन साफ होती है। जिनके चेहरे पर बार-बार मस्से निकलते है उनके लिए यह नुस्खा काफी असरदार है।

3. लहसुन
लहसुन की एक कली लें और इसे मस्सों पर रगड़े। कुछ दिनों तक लगातार इस्तेमाल करने से मस्सो की समस्या से छुटकारा मिलता है।

4. बरगद के पत्ते
बरगद के पत्तों से रस निकाल लें। फिर इसे मस्सों पर लगाएं। इससे मस्से धीरे-धीरे गायब हो जाती है। इसकी के साथ इससे स्किन मुलायम भी हो जाती है।

5. प्याज का रस
रूई की मदद से प्याज का रस मस्सो और तिल पर लगाएं। प्याज का रस मस्से और तिल निकालने में काफी प्रभावी नुस्खा है। फिर ठंडे पानी के साथ त्वचा को साफ कर लें। हर रोज दो बार इस नुस्खे को ट्राई करें। इससे मस्से और तिल दोनों झड़ जाएगे।

WhatsApp पर किसी ने कर दिया ब्लॉक, फिर भी रख सकते हैं उस पर नजर

अगर WhatsApp पर किसी ने आपको ब्लॉक कर दिया है। फिर भी आप उसकी डिटेल जैसे वो कब-कब ऑनलाइन आ रहा है। कितनी देर पहले वह ऑनलाइन आया था आदि पता कर सकते हैं। इसके लिए आपको एक ऐप अपने फोन में इंस्टॉल करनी होगी। इस ऐप की मदद से आप ब्लॉक करने वाले पर पूरी नजर रख सकते हैं। इसके लिए आपको WhatsAgent नाम की ऐप डाउनलोड करनी होगी। ये ऐप गूगल प्ले स्टोर से फ्री में डाउनलोड की जा सकती है। इस ऐप को लेकर गूगल प्ले स्टोर पर मिल-जुले रिव्यूज मिले हैं। लेकिन हमने टेस्टिंग में इस ऐप को यूजफुल पाया।

Trick: फोन नाम लेकर बताएगा किसने किया कॉल और किसका आया SMS

यहां हम आपको एक ऐसे ऐप के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके लिए बहुत यूजफुल साबित हो सकता है। अगर आपके मोबाइल में Caller Name Announcer Pro ऐप है तो आपको किसका फोन आ रहा है ये पता करने के लिए फोन की स्क्रीन को नहीं देखना पड़ेगा। फोन खुद बोलकर बता देगा कि किसका कॉल आ रहा है। मैसेज आने पर भी ये नाम बोलकर बताएगा।

इसलिए है यूजफुल

ड्राइविंग के समय या किसी इंपोर्टेंट काम करते वक्त ये ऐप बहुत काम आ सकता है। क्योंकि इसमें आपको फोन को हाथ में लेकर नहीं देखना पड़ता कि किसका फोन आ रहा है और आप उसे रिसीव करना चाहते हैं या नहीं।

- फोन ब्राइवेट और साइलेंट होने पर भी ये ऐप काम करता है और कॉलर का नाम अनाउंस करता है।

- ये ऐप नाम इंग्लिश में ही नाम अनाउंस करता है।

- फोन में नंबर सेव नहीं होने पर ये ऐप नंबर अनाउंस करता है।

Caller Name Announcer Pro ऐप के बारे में :-

यह ऐप गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। इस ऐप का Pro वर्जन फ्री में उपलब्ध है। यह ऐप 4 या उसके ऊपर के एंड्रॉइड पर काम करता है। इसे यूजर्स ने यूजफुल बताया है।

इस धातु का पहनें कडा, बुरे दिन भी अच्छे में बदलेंगे।

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार आभूषण भी ग्रहों को अनुकूल बनाने में खासी भूमिका निभा सकते हैं। आभूषण रत्न जडि़त हो तो ग्रह पीड़ा, नजर और दु:स्वप्न का नाश होता है। जो महिलाएं केवल स्वर्णाभूषण पहनती हैं, उनमें गर्म धारा अधिक होती है। वे स्थाई रूप से रोगिणी हो सकती हैं। केवल सोना पहनने से पित्त की अधिकता होगी। यदि कोई भी जातक खास धातु का कडा धारण करता है तो ग्रह अनुकूल होने लगते हैं। ग्रहों के अनुसार कहां-कौन सी धातु का आभूषण रहेगा उचित यह जानना बेहद जरूरी है-

स्वर्ण के आभूषणों की तासीर गर्म और चांदी की शीतल है। सूर्य-सोने और तांबे पर, शुक्र व चंद्रमा-चांदी, मंगल-तांबे, गुरु-सोने और शनि व राहू-लोहे पर आधिपत्य रखते हैं। ज्योतिष में सूर्य-ह्रदय, मुंह, गला व सिर का, चंद्रमा-वक्ष, पेट, मंगल-भुजा और शनि-पैरों का प्रतिनिधित्व करता है। आयुर्वेद के अनुसार मनुष्य का सिर ठंडा और पैर गर्म रहने चाहिए। इसलिए सिर पर सोना और पैरों में चांदी के आभूषण ही धारण करने चाहिएं। इससे सिर से उत्पन्न ऊर्जा पैरों में और चांदी से उत्पन्न ठंडक सिर में जाएगी। इससे सिर ठंडा व पैर गर्म रहेंगे।
सिर में चांदी के व पैरों में सोने के आभूषण नहीं पहनने चाहिएं। इससे स्त्रियां अवसाद, पागलपन या अन्य रोगों की शिकार बन सकती हैं। पैरों में सोने की पायल नहीं पहननी चाहिए, चांदी की पायल पहनने से पीठ, एड़ी व घुटनों के दर्द, रक्तशुद्धि, मूत्ररोग, हिस्टीरिया आदि रोगों से राहत मिलती है। सिर और पांव दोनों में स्वर्णाभूषण पहनने से मस्तिष्क और पैरों में समान गर्म ऊर्जा प्रवाहित होगी, जिससे जातक रोगग्रस्त हो सकता है। यही नहीं आभूषणों में अन्य धातु के टांके से भी धारा गड़बड़ा जाती है लेकिन टांके में अन्य धातु का मेल आवश्यक है लेकिन इसमें जिस धातु का गहना है, उसका मिश्रण अधिक हो तो रोग रहित होंगे।

ऊर्जा प्रवाह की गड़बड़ में परिणाम विपरीत होता है। यदि सोने में चांदी की मिलावट हो तो गर्म व ठंडे का मिश्रण से अन्य प्रकार की धारा बन सकती है। अत: सोने के पतरे का खोल बनवा कर भीतर चांदी, या जस्ते की धातुएं भरवा कर कड़े, हंसली आदि आभूषण से रोग पैदा होते हैं। ऊर्जा का प्रवाह हमेशा किनारों से प्रवेश होता है। अत: मस्तिष्क के दोनों भागों को ऊर्जा प्रभाव से प्रभावशाली बनाने के लिए नाक और कान में सोना पहनना चाहिए।

तांबे की धातु पहनने से मिलता है यश और सम्मान
ज्योतिष के अनुसार गुरु कान और सोने का प्रतिनिधित्व करता है। अत: सोने की बालियां या झुमके पहनने से स्त्रियों में स्त्री रोग, मासिक धर्म संबंधी अनियमितता, कान के रोग, हिस्टीरिया, डिप्रेशन में लाभ होता है। जो लोग स्वयं को अन्य लोगों से कमतर महसूस करते हों या फिर उनमें हीन भावना घर कर चुकी हो, ऐसे में उन्हें तर्जनी उंगली में सोने का आभूषण धारण करना चाहिए। ज्योतिष में गुरु को नेतृत्व क्षमता कारक ग्रह माना गया है और इनकी धातु भी सोना है। ऐसी स्थिति में स्वर्ण उन्हें अनुकूल परिणाम देता है। रोग निवारण में धातु की भूमिका खास धातु के बनाए आभूषण रोग निवारण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। जिन जातकों के कमर या पेट के रोग हों, वे कमर में सोने, तांबे या चांदी की कनकती धारण करें, लाभ मिलता है। धातु ग्रह-क्लेश को भी नियंत्रित कर सकता है। जो जातक दाम्पत्य कलह के शिकार हों, उन्हें चांदी की चेन या अंगूठी धारण करनी चाहिए। साथ ही जो व्यक्ति मानसिक अशांति के कारण अवसाद में हों वे चांदी, तांबा, स्वर्ण तातु से निर्मित छल्ला पहनें तो लाभ मिलेगा। यदि जातक चंद्र पीडित है या मानसिक कष्ट, कफ, फेफड़े का रोग, तन से परेशान हो तो नाक में चांदी का छल्ला डालना लाभ देता है।