कुल पेज दृश्य

रविवार, 27 अगस्त 2017

आसानी से पता कर सकते हैं किसने चेक किया आपका फेसबुक प्रोफाइल

अक्सर कुछ लोग दूसरों का फेसबुल प्रोफाइल चेक करते हैं। आप भी छोरी छिपे ऐसा ही करते होगें। चलिए कोई बात नहीं। लेकिन क्या आपको ये पता है कि आपकी फेसबुक प्रोफाइल किस किस ने विजिट किया। और आप ये जानने के लिए इच्छुक है कि आपका फेसबुक प्रोफाइल किसने विजिट किया। आज हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसी ट्रिक जिससे आप आसानी से पता लगा सकते हैं और वो भी स्टेप बाई स्टेप -

स्टेप 1 – अगर आप गूगल क्रोम का यूज कर रहे हैं तो राइट में एक छोटा सर्कल दिखेगा उस पर क्लिक करें। यहां से setting में जाए।

स्टेप 2 – फोटो में लेफ्ट में दिख रहे extention पर जाकर Get More Extention पर जाएं।

स्टेप 3 – यहां पर Flatebook सर्च करें। Flatebook Extension मिल जाएगा।

स्टेप 4 – अब इसे क्रोम में Add कर दें। इसका ऑप्शन राइट में दिखेगा। अब ये डाउनलोड हो जाएगा।

स्टेप 5 – Flatebook एक्सटेंशन क्रोम में Add हो चुका है।

स्टेप 6 – अब फेसबुक अकाउंट को रिफ्रेश करें। आपको एक नई थीम मिलेगी।

स्टेप 7 – यहां आपको प्रोफाइल विजिटर का ऑप्शन दिखाई देगा। इस पर क्लिक करें।

स्टेप 8 – इस पर क्लिक करते ही एक लिस्ट खुल जाएगी जिसमें जिन लोगों ने आपकी प्रोफाइल विजिट की है। उनके नाम होंगे।

बिना ऑनलाइन आए पढें WhatsApp मैसेज, भेजने वाले को पता भी नहीं चलेगा


व्हाट्सएप पर जब से ब्लू टिक सेटिंग आई है, तब से मैसेज सेंड करने वाले को आसानी से पता चल जाता है कि आपको मैसेज डिलीवर हुआ या नहीं और आपने उसे पढ़ा या नहीं। यहां हम आपको ऐसा तरीका बताएंगे हैं, जिससे आप बिना ऑनलाइन आए मैसेज भी पढ़ लेंगे और सेन्डर को पता भी नहीं चलेगा।

आप कहेंगे कि ऐसा तो रीड रिसिप्ट ऑफ कर के भी किया जा सकता है, लेकिन यह सेटिंग ऑफ करने पर आप भी कोई की रिसिप्ट नहीं देख पाएंगे। हम जो ट्रिक बता रहे हैं, उसमें आप मैसेज पढ़ पाएंगे और सामने वाले को पता भी नहीं चलेगा।

Unseen एेप व्हाट्सएप के साथ-साथ फेसबुक मैसेंजर, टेलीग्राम और वाइबर पर काम करती है। यह ऐप डाउनलोड करने के बाद जैसे ही आपको मैसेज मिलेगा, इस एेप पर भी मैसेज आ जाएगा। इस एेप के जरिये आप पिक्चर्स के अलावा वीडियोज भी देख पाएंगे। इसके लिए बस आपको चैट पर क्लिक कर दायीं ओर ऊपर की तरफ मीडिया आइकन पर क्लिक करना होगा। यह एेप प्ले स्टोर पर डाउनलोड करने के लिए फ्री में उपलब्ध है।

ऐसे करें इसका इस्तेमाल

एेप डाउनलोड कर एक्सेसिबिलिटी परमिशन दे दें| सेटिंग्स में एेप का चुनाव कर लें, जिसके लिए आपको इसका इस्तेमाल करना है। बस अब अपने नए मैसेज आने का इंतजार करें।

...लेकिन जरूर बरतें यह सावधानी

हर एेप की कुछ खासियतें तो कुछ नुकसान होते हैं। इस एेप के जरिये जहां आप बिना ऑनलाइन जाएं मैसेज पढ़ सकते हैं। वहीं, इस एेप के पास आपकी गैलरी का एक्सेस रहता है। अगर आपको इस विकल्प से कोई परेशानी नहीं है तो यह बिना ऑनलाइन जाए मैसेज पढ़ने का एक अच्छा तरीका है।

शनिवार, 26 अगस्त 2017

★ ज्ञान वर्षा ★

भारत में महाभारत का एक श्लोक अधूरा  पढाया जाता है क्यों ??

शायद गांधी जी की वजह से।

"अहिंसा परमो धर्मः"

जबकि पूर्ण श्लोक इस तरह से है:-

"अहिंसा परमो धर्मः,
धर्महिंसा तदैव च l

अर्थात - अहिंसा मनुष्य का परम धर्म है
और धर्म की रक्षा के लिए हिंसा करना उस से भी श्रेष्ठ है..🕉

गांधी जी ने सिर्फ इस ☝श्लोक को ही नहीं बल्कि उसके अलावा  उन्होंने एक प्रसिद्ध भजन को बदल दिया...

-'रघुपति राघव राजा राम'


इस प्रसिद्ध-भजन का नाम है.

."राम-धुन" .

जो कि बेहद लोकप्रिय भजन था.. गाँधी ने इसमें परिवर्तन करते हुए अल्लाह शब्द जोड़ दिया..

गाँधी जी द्वारा किया गया परिवर्तन और असली भजन👇🏿

गाँधी जी का भजन

रघुपति राघव राजाराम,
पतित पावन सीताराम
सीताराम सीताराम,
भज प्यारे तू सीताराम
ईश्वर अल्लाह तेरो नाम,
सब को सन्मति दे भगवान...

असली राम धुन भजन...

रघुपति राघव राजाराम
पतित पावन सीताराम
सुंदर विग्रह मेघश्याम
गंगा तुलसी शालीग्राम
भद्रगिरीश्वर सीताराम
भगत-जनप्रिय सीताराम
जानकीरमणा सीताराम
जयजय राघव सीताराम

बड़े-बड़े पंडित तथा वक्ता भी  इस भजन को गलत गाते हैं, यहां तक कि मंदिरो में भी  उन्हें रोके कौन?

'श्रीराम को सुमिरन' करने के इस भजन को जिन्होंने बनाया था उनका नाम था लक्ष्मणाचार्य
ये भजन

"श्री नमः रामनायनम"
नामक हिन्दू-ग्रन्थ से लिया गया है।

शेयर करें ताकि लोग जाग्रत् हो सकें।
धन्यवाद।

🙏जय सियाराम🙏

गुरुवार, 24 अगस्त 2017

🌺⛳ जीवन मंत्र ⛳🌺

🌟*1.* प्रतिदिन 10 से 30 मिनट टहलने की आदत बनायें. चाहे समय ना हो तो घर मे ही टहले , टहलते समय चेहरे पर मुस्कराहट रखें.

               

🌟 *2.* प्रतिदिन कम से कम 10 मिनट चुप रहकर बैठें.

               

🌟 *3.* पिछले साल की तुलना में इस साल ज्यादा पुस्तकें पढ़ें.

               

🌟 *4.* 70 साल की उम्र से अधिक आयु के बुजुर्गों और 6 साल से कम आयु के बच्चों के साथ भी कुछ समय व्यतीत करें.

               

🌟 *5.* प्रतिदिन खूब पानी पियें.

               

🌟 *6.* प्रतिदिन कम से कम तीन बार  ये सोचे की मैने आज कुछ गलत तो नही किया.

               

🌟 *7.* गपशप पर अपनी कीमती ऊर्जा बर्बाद न करें.

               

🌟 *8.* अतीत के मुद्दों को भूल जायें, अतीत की गलतियों को अपने जीवनसाथी को याद न दिलायें.

               

🌟 *9.* एहसास कीजिये कि जीवन एक स्कूल है और आप यहां सीखने के लिये आये हैं. जो समस्याएं आप यहाँ देखते हैं, वे पाठ्यक्रम का हिस्सा हैं.

               

🌟 *10.* एक राजा की तरह नाश्ता, एक राजकुमार की तरह दोपहर का भोजन और एक भिखारी की तरह रात का खाना खायें.

               

🌟 *11.* दूसरों से नफरत करने में अपना समय व ऊर्जा बर्बाद न करें. नफरत के लिए ये जीवन बहुत छोटा है.

               

🌟 *12.* आपको हर बहस में जीतने की जरूरत नहीं है, असहमति पर भी अपनी सहमति दें.

               

🌟 *13.* अपने जीवन की तुलना दूसरों से न करें.

               


🌟 *14.* गलती के लिये गलती करने वाले को माफ करना सीखें.

              

🌟 *15.* ये सोचना आपका काम नहीं कि दूसरे लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं.

               

🌟 *16.* समय ! सब घाव भर देता है.

              

🌟 *17.* ईर्ष्या करना समय की बर्बादी है. जरूरत का सब कुछ आपके पास है.

              

🌟 *18.* प्रतिदिन दूसरों का कुछ भला करें.

              

🌟 *19.* जब आप सुबह जगें तो अपने माता-पिता को धन्यवाद दें, क्योंकि माता-पिता की कुशल परवरिश के कारण आप इस दुनियां में हैं.

             

🌟 *20.* हर उस व्यक्ति को ये संदेश शेयर करें जिसकी आप परवाह करते हैं..!!🙏

कैंसर पीड़ितों के लिए खुशखबरी..!!

कैंसर पीड़ितों के लिए यह एक अत्यधिक सुखद खबर है कि भारत में ही रतलाम शहर मध्यप्रदेश में कैंसर का इलाज उपलब्ध है एवं वह भी किसी भी स्टेज के कैंसर पेशेंट के लिए..!!

रतलाम में 122 शास्त्री नगर में रहने वाले श्री मदनलाल खिमेसरा ने कैंसर पीड़ितों का लगभग 3 से 4 महीने पहले अपने अनुभवों के आधार पर इलाज करना शुरू किया एवं सबसे आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि उन्हें 80℅ से 90℅  नहीं पूरे 100℅ कैंसर के इलाज में सफलता मिली.

पूर्व में वे विगत 12 से 15 वर्षों से माइग्रेन, पीलिया, गठिया, पाइल्स, महिलाओं की यूटरस संबंधी समस्या बालिकाओं की माहवारी संबंधी समस्या एवं अन्य कई 150 से 200 बीमारियों का सफल इलाज करते रहे हैं.

यह सभी दवाइयां पूर्णत: निशुल्क है फिर भी पीड़ित अगर चाहे तो गुप्त दान दे सकता है
दान की इस राशि से श्री खिमेसरा कैंसर हॉस्पिटल एवं साईं बाबा का मंदिर रतलाम शहर में बनवाना चाहते हैं.                 

किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए इन नंबरों पर संपर्क करें।                               

📲 +919329329009     
 
📲+919827342218

6 गियर,1133 सीसी और 446 किलो वजन.. भारत आ रही है अमेरिका की ये महाबली बाइक, 50 हजार में होगी बुक


अगर मोटरसाइकि‍ल में मेल-फीमेल जेंडर तय करना हो तो स्‍काउट बॉबर यकीनन मर्द है। हॉलीवुड फि‍ल्‍मों और अमेरि‍का की सड़कों पर राज करने वाली यह मोटरसाइकि‍ल अब भारत में भी मि‍लेगी।

इसकी बुकिंग शुरू हो चुकी है और सि‍तंबर में इसे यहां लॉन्‍च कि‍या जाएगा। अमेरि‍का की नामी कंपनी इंडि‍यन मोटरसाइकि‍ल की बाइक स्‍काउट बॉबर का पूरी दुनि‍या में नाम है। इंजन कैपेसि‍टी, फ्यूल वगैरा पर लोग बाद में बात करते हैं सबसे इंप्रैसि‍व है इसका बोल्‍ड लुक - बड़े लैंप, बड़े बैच, ब्रॉड स्‍ट्रक्‍चर और साउंड।

100एचपी, 6 गियर, 1133 सीसी, 97.7 एनएम टॉर्क, दो सिलेंडर, 446 किलो वजन, लिक्विड कूल, थंडर स्ट्रोक 111वी-टी टिवन। इसके अलावा टैंक कैपेसिटी 12.5 लीटर, 1154 हाइट एमएस, 2229 एमएस कुल लंबाई।

इंडियन मोटरसाइकिल ने इंडियन स्काउट बॉबर की बुर्किंग शुरू कर दी है। इसे आप इंडियन मोटरसाइकिल के किसी भी डीलर से 50000 रुपये की टोकन अमांउट में बुक कर सकते हैं। आपकी सीट, कवर और अन्य कई ऐससरीज से इसे मनचाहा लुक दे सकते हैं।


मंगलवार, 22 अगस्त 2017

कभी सोचा है की प्रभु श्री राम के दादा परदादा का नाम क्या था?

तो जानिये :--
1 - ब्रह्मा जी से मरीचि हुए,
2 - मरीचि के पुत्र कश्यप हुए,
3 - कश्यप के पुत्र विवस्वान थे,
4 - विवस्वान के वैवस्वत मनु हुए.वैवस्वत मनु के समय जल प्रलय हुआ था,
5 - वैवस्वतमनु के दस पुत्रों में से एक का नाम इक्ष्वाकु था, इक्ष्वाकु ने अयोध्या को अपनी राजधानी बनाया और इस प्रकार इक्ष्वाकु कुलकी स्थापना की |
6 - इक्ष्वाकु के पुत्र कुक्षि हुए,
7 - कुक्षि के पुत्र का नाम विकुक्षि था,
8 - विकुक्षि के पुत्र बाण हुए,
9 - बाण के पुत्र अनरण्य हुए,
10- अनरण्य से पृथु हुए,
11- पृथु से त्रिशंकु का जन्म हुआ,
12- त्रिशंकु के पुत्र धुंधुमार हुए,
13- धुन्धुमार के पुत्र का नाम युवनाश्व था,
14- युवनाश्व के पुत्र मान्धाता हुए,
15- मान्धाता से सुसन्धि का जन्म हुआ,
16- सुसन्धि के दो पुत्र हुए- ध्रुवसन्धि एवं प्रसेनजित,
17- ध्रुवसन्धि के पुत्र भरत हुए,
18- भरत के पुत्र असित हुए,
19- असित के पुत्र सगर हुए,
20- सगर के पुत्र का नाम असमंज था,
21- असमंज के पुत्र अंशुमान हुए,
22- अंशुमान के पुत्र दिलीप हुए,
23- दिलीप के पुत्र भगीरथ हुए, भागीरथ ने ही गंगा को पृथ्वी पर उतारा था.भागीरथ के पुत्र ककुत्स्थ थे |
24- ककुत्स्थ के पुत्र रघु हुए, रघु के अत्यंत तेजस्वी और पराक्रमी नरेश होने के कारण उनके बाद इस वंश का नाम रघुवंश हो गया, तब से श्री राम के कुल को रघु कुल भी कहा जाता है |
25- रघु के पुत्र प्रवृद्ध हुए,
26- प्रवृद्ध के पुत्र शंखण थे,
27- शंखण के पुत्र सुदर्शन हुए,
28- सुदर्शन के पुत्र का नाम अग्निवर्ण था,
29- अग्निवर्ण के पुत्र शीघ्रग हुए,
30- शीघ्रग के पुत्र मरु हुए,
31- मरु के पुत्र प्रशुश्रुक थे,
32- प्रशुश्रुक के पुत्र अम्बरीष हुए,
33- अम्बरीष के पुत्र का नाम नहुष था,
34- नहुष के पुत्र ययाति हुए,
35- ययाति के पुत्र नाभाग हुए,
36- नाभाग के पुत्र का नाम अज था,
37- अज के पुत्र दशरथ हुए,
38- दशरथ के चार पुत्र राम, भरत, लक्ष्मण तथा शत्रुघ्न हुए |
इस प्रकार ब्रह्मा की उन्चालिसवी (39) पीढ़ी में श्रीराम का जन्म हुआ | शेयर करे ताकि हर हिंदू इस जानकारी को जाने..

🏹रामचरित मानस के कुछ रोचक तथ्य🏹

1:~मानस में राम शब्द = 1443 बार आया है।
2:~मानस में सीता शब्द = 147 बार आया है।
3:~मानस में जानकी शब्द = 69 बार आया है।
4:~मानस में बैदेही शब्द = 51 बार आया है।
5:~मानस में बड़भागी शब्द = 58 बार आया है।
6:~मानस में कोटि शब्द = 125 बार आया है।
7:~मानस में एक बार शब्द = 18 बार आया है।
8:~मानस में मन्दिर शब्द = 35 बार आया है।
9:~मानस में मरम शब्द = 40 बार आया है।

10:~लंका में राम जी = 111 दिन रहे।
11:~लंका में सीताजी = 435 दिन रहीं।
12:~मानस में श्लोक संख्या = 27 है।
13:~मानस में चोपाई संख्या = 4608 है।
14:~मानस में दोहा संख्या = 1074 है।
15:~मानस में सोरठा संख्या = 207 है।
16:~मानस में छन्द संख्या = 86 है।

17:~सुग्रीव में बल था = 10000 हाथियों का।
18:~सीता रानी बनीं = 33वर्ष की उम्र में।
19:~मानस रचना के समय तुलसीदास की उम्र = 77 वर्ष थी।
20:~पुष्पक विमान की चाल = 400 मील/घण्टा थी।
21:~रामादल व रावण दल का युद्ध = 87 दिन चला।
22:~राम रावण युद्ध = 32 दिन चला।
23:~सेतु निर्माण = 5 दिन में हुआ।

24:~नलनील के पिता = विश्वकर्मा जी हैं।
25:~त्रिजटा के पिता = विभीषण हैं।

26:~विश्वामित्र राम को ले गए =10 दिन के लिए।
27:~राम ने रावण को सबसे पहले मारा था = 6 वर्ष की उम्र में।
28:~रावण को जिन्दा किया = सुखेन बेद ने नाभि में अमृत रखकर।
यह जानकारी  महीनों के परिश्रम केबाद आपके सम्मुख प्रस्तुत है ।
तीन आस्तिक हिंदू को भेज कर धर्म लाभ कमाये
जय श्री राम
🙏  जय श्री राम   🙏