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शुक्रवार, 21 फ़रवरी 2025

फोन में नहीं दिखेगा कोई भी विज्ञापन, ये एक सीक्रेट सेटिंग…!!


जकल स्मार्टफोन जिंदगी का हिस्सा बन चुके हैं और उनपर हर जगह दिखते विज्ञापनों की बढ़ती संख्या के चलते फोन यूज करना आपको परेशान कर सकता है। ऐसे ऐड ना सिर्फ हमारी स्क्रीन पर जगह घेरते हैं, बल्कि वे डाटा भी यूज करते हैं और बैटरी लाइफ को भी प्रभावित करते हैं।

अच्छी बात यह है कि DNS (डोमेन नेम सिस्टम) की मदद से स्मार्टफोन से ऐड्स को हटाने की कुछ ट्रिक्स भी हैं।

DNS एक ऐसा सिस्टम है, जो वेबसाइट्स के डोमेन नेम्स को IP एड्रेस में बदलती है। जब आप किसी वेबसाइट पर जाते हैं, तो आपका डिवाइस DNS सर्वर से उस वेबसाइट के IP एड्रेस पूछता है। फिर आपका डिवाइस उस IP एड्रेस का यूज वेबसाइट से जुड़ने के लिए करता है। कुछ DNS सर्वर विज्ञापनों को ब्लॉक करने के लिए कॉन्फ़िगर किए गए हैं।

आप इन DNS सर्वर्स को यूज करते हैं, तो वे उन वेबसाइट्स के IP एड्रेस ब्लॉक कर देते हैं, जो विज्ञापन दिखाती हैं। इससे आपके डिवाइस पर कोई विज्ञापन नहीं दिखते हैं। आपको अपने डिवाइस की DNS सेटिंग बदलनी होगी। यह तरीका सबसे आसान है और इसके लिए किसी एक्सट्रा ऐप की जरूरत नहीं होती है। आपको बस अपने डिवाइस की DNS सेटिंग में कुछ बदलाव करने होंगे।

ऐसा करें Android यूजर्स :- 

1. अपने डिवाइस की सेटिंग में जाएं।

2. 'network and Internet' या 'Connection and sharing' पर टैप करें।

3. 'Private DNS' पर टैप करें।

4. 'Private DNS provider hostname' चुनें।

5. इनमें से किसी एक DNS सर्वर का होस्टनाम दर्ज करें:

`dns.adguard.com`

`dns.quad9.net`

`dns.google`

6. 'Save' पर टैप करें।


आईफोन यूजर्स के लिए यह है तरीका :- 

1. अपने डिवाइस की सेटिंग में जाएं।

2. 'WiFi' पर टैप करें।

3. उस WiFi नेटवर्क के आगे 'i' आइकन पर टैप करें जिससे आप जुड़े हुए हैं।

4. 'Configure DNS' पर टैप करें।

5. 'Manual' चुनें।

6. निम्नलिखित में से किसी एक DNS सर्वर का IP पता दर्ज करें:

`dns.adguard.com` (176.103.130.130 और 176.103.130.131)

`dns.quad9.net` (9.9.9.9 और 149.112.112.112)

`dns.google` (8.8.8.8 और 8.8.4.4)

7. 'Save' पर टैप करें।

शुक्रवार, 24 जनवरी 2025

तोरई की सब्जी 1 दिन में गांठ को और 5 दिन में पथरी को गला देती है, लिवर और बालों के लिए भी है वरदान...

तोरई एक प्रकार की सब्जी होती है और इसकी खेती भारत में सभी स्थानों पर की जाती है। पोषक तत्वों के अनुसार इसकी तुलना नेनुए से की जा सकती है।

वर्षा ऋतु में तोरई की सब्जी का प्रयोग भोजन में अधिक किया जाता है।

तोरई मीठी व कड़वी दो तरह की होती है इसकी प्रकृति ठंडी और तर होती है।

तोरई के अद्भुत फायदे:-

पथरी:-

तोरई की बेल गाय के दूध या ठंडे पानी में घिसकर रोज सुबह के समय में 5 दिन तक पीने से पथरी गलकर खत्म होने लगती है।

लिवर के लिए गुणकारी:-

आदिवासी जानकारी के अनुसार लगातार तुरई का सेवन करना सेहत के लिए बेहद हितकर होता है। तुरई रक्त शुद्धिकरण के लिए बहुत उपयोगी माना जाता है। साथ ही यह लिवर के लिए भी गुणकारी होता है।

फोड़े की गांठ:-

तोरई की जड़ को ठंडे पानी में घिसकर फोड़ें की गांठ पर लगाने से 1 दिन में फोड़ें की गांठ खत्म होने लगता है।

चकत्ते:-

तोरई की बेल गाय के मक्खन में घिसकर 2 से 3 बार चकत्ते पर लगाने से लाभ मिलता है और चकत्ते ठीक होने लगते हैं।

आंखों के रोहे तथा फूले:-

आंखों में रोहे (पोथकी) हो जाने पर तोरई (झिगनी) के ताजे पत्तों का रस को निकालकर रोजाना 2 से 3 बूंद दिन में 3 से 4 बार आंखों में डालने से लाभ मिलता है।

गठिया (घुटनों के दर्द में) रोग:-

पालक, मेथी, तोरई, टिण्डा, परवल आदि सब्जियों का सेवन करने से घुटने का दर्द दूर होता है।

पेशाब की जलन:-

तोरई पेशाब की जलन और पेशाब की बीमारी को दूर करने में लाभकारी होती है।

बालों को काला करना :-

तुरई के टुकड़ों को छाया में सुखाकर कूट लें। इसके बाद इसे नारियल के तेल में मिलाकर 4 दिन तक रखे और फिर इसे उबालें और छानकर बोतल में भर लें। इस तेल को बालों पर लगाने और इससे सिर की मालिश करने से बाल काले हो जाते हैं।

बवासीर (अर्श):-

तोरई की सब्जी खाने से कब्ज ठीक होती है और बवासीर में आराम मिलता है।

कडवी तोरई को उबाल कर उसके पानी में बैंगन को पका लें। बैंगन को घी में भूनकर गुड़ के साथ भर पेट खाने से दर्द तथा पीड़ा युक्त मस्से झड़ जाते हैं।

कृपया इन बातों का खास ध्यान रखें:-

तोरई कफ तथा वात उत्पन्न करने वाली होती है अत: जरूरत से अधिक इसका सेवन करना हानिकारक हो सकता है।

तोरई पचने में भारी और आमकारक है। वर्षा ऋतु में तोरई का साग रोगी व्यक्तियों के लिए लाभदायक नहीं होता है।