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सोमवार, 16 नवंबर 2020

हरियाणा में ज़मीन की नाप का तरीका!

1: एक गज=3फूट
2: एक फलॉग=220 गज
3: एक मील में 1760 गज,
8: फलॉग यानि 220×8=1760गज
4:एक करम=66इंच
5:-एक मरला=272 वर्ग फूट
6: करम का दूसरा नाम=सरसाही
7: एक मरले में=9 करम
8: एक कनाल में मरले=20
9: एक एकड़ मे मरले=160 या8कनाल
10: एकड़ का दूसरा नाम=कीला
11: एक एकड़ में कनाल=8
12:एक एकड़ में करम=36×40=1440करम
13:एक कनाल में विसवासी=240
14:एक मरले मे बिसवासी=12
15:एक बिसवे मे बिसवासी=20
16:एक बीघे मे बिसवे=20
17:एक एकड़ मे बिसवे=96
18:एक एकड़ मे बीघे=4.8
19:एक कनाल में वर्ग मीटर=505×8385
20:एक एकड मे वर्ग मीटर=4046×7091
21:-एक बिलियन=एक अरब रुपये
22:एक फूट में =30.48 सैंटीमीटर
23: एक गज मे मीटर=0.9144
24:एक मीटर में इंच=39.3708
25:-एक मील में किलोमीटर=1.609
26:एक किलोमीटर मे=0.32137227 मील
27: एक वर्ग किलोमीटर मे=0391 वर्गमील
28:एक वर्ग मील में=2.59 वर्ग किलोमीटर
29:एक सैंटीमीटर=0.3937 इंच
30:एक मिलियन=10लाख रुपय
31:एक मीटरिक टन=10 किवंटल
32:-पक्का या शाहजहानी बीघा एक एकड़ का
हिस्सा=5/8
33:कच्चा बीघा एक एकड़ का हिस्सा=5/24भाग
34: एक मीटर में इंच=39.3701
35: 99इंच के करमों से जो बीघा बनता है उसे =पक्का या
शाहजहानी बीघा कहते है
36:अगर एक कर्म 66इंच का है तो एक बिसवे मे=15 बिसवासी
होगें
37: 20 बिसवासों का एक विसवा बनें इसके लिये एक कर्म=57/157 इंच का
हो
38:बकदर का अर्थ=एक विस्वे के वर्ग फुट है
39:अनुपात हमेशा एक निरोल=राशि होती है
40:करम का दूसरा नाम=गट्ठा
41:जरीब बनी होती है=लोहे की
नर्म कड़ियों से
42: जरीब आमतौर पर करमों की होती
है=10
43: 66इंच करम वाली जरीब मे=8कड़ियां
होती है तथा इससे कम वाली इंच की
जरीब में=7 कड़ियां होती है।

मंगलवार, 29 सितंबर 2020

यूरिया का विकल्प दही

यूरिया का एक बैग मतलब 50 किलो इस की जगह देशी गाय के 2 किलो दूध का दही बना कर एक तांबे का टुकड़ा 15 दिन दही में डूबो कर रखें। 

इस के बाद उस दही को पानी के साथ मिला कर एक एकड़ में छिड़काव करें। इस दही के छिड़काव से पौधा सतत् 45 दिन तक हरा-भरा रहेगा। 
यूरिया से केवल 25 दिन पौधा हरा-भरा रहेगा। 50 किलो यूरिया से 2 किलो दही की शक्ति ज्यादा होने से बहुत फायदा होगा और खर्च भी कम होगा। गौ माता का महत्व भी बढ़ेगा।

ज्यादा से ज्यादा किसानों तक ये जानकारी पहुँचाएं। पहले खुद प्रयोग करें फिर अपने अनुभव शेयर करें। पूरा सिक्किम राज्य देशी गाय के दूध के दही का उपयोग बहुत सालों से कर रहा है। पूरे राज्य में यूरिया प्रतिबंधित है।

🐄वन्दे गौ मातरम्🐄
🙏🏻🚩🇮🇳🚩🙏🏻

गुरुवार, 13 अगस्त 2020

अपने पैरों के तलवों में तेल लगाएं!

1 एक महिला ने लिखा कि मेरे दादा का 87 साल की उम्र में निधन हो गया, पीठ में दर्द नहीं, जोड़ों का दर्द नहीं, सिरदर्द नहीं, दांतों का नुकसान नहीं, एक बार उन्होंने कहना शुरू किया कि उन्हें कलकत्ता में रहने पर एक बूढ़े व्यक्ति ने सलाह दी थी।  मैं सोते समय अपने पैरों के तलवों पर तेल लगाने के लिए रेलवे लाइन पर पत्थर बिछाने का काम कर रहा था। यह मेरे उपचार और फिटनेस का एकमात्र स्रोत है।

 2 एक छात्रा ने कहा कि मेरी मां ने उसी तरह तेल लगाने पर जोर दिया। फिर उसने कहा कि एक बच्चे के रूप में, उसकी दृष्टि कमजोर हो गई थी। जब उसने इस प्रक्रिया को जारी रखा, तो मेरी आंखों की रोशनी धीरे-धीरे पूरी तरह से स्वस्थ और स्वस्थ हो गई।

 3 एक सज्जन जो एक व्यापारी हैं, ने लिखा है कि मैं अवकाश के लिए चित्राल गया था। मैं वहाँ एक होटल में सोया था। मैं सो नहीं सका। मैं बाहर घूमने लगा। रात में बाहर बैठे पुराने चौकीदार ने मुझसे पूछना शुरू किया, "क्या बात है?"  मैंने कहा नींद नहीं आ रही है!  वह मुस्कुराया और कहा, "क्या आपके पास कोई तेल है?" मैंने कहा, नहीं, वह गया और तेल लाया और कहा, "कुछ मिनट के लिए अपने पैरों के तलवों की मालिश करें।" फिर वह खर्राटे लेना शुरू कर दिया। अब मैं सामान्य हो गया हूं।

 4 मैंने रात में सोने से पहले अपने पैरों के तलवों पर इस तेल की मालिश की कोशिश की। इससे मुझे बेहतर नींद आती है और थकान दूर होती है।

 5 मुझे पेट की समस्या थी। अपने तलवों पर तेल से मालिश करने के बाद, 2 दिनों में मेरे पेट की समस्या ठीक हो गई।

 6 वास्तव में!  इस प्रक्रिया का एक जादुई प्रभाव है। मैंने रात को सोने जाने से पहले अपने पैरों के तलवों की तेल से मालिश की। इस प्रक्रिया ने मुझे बहुत सुकून की नींद दी।

 7. मैं इस ट्रिक को पिछले 15 सालों से कर रहा हूं। इससे मुझे बहुत ही चैन की नींद आती है। मैं अपने छोटे बच्चों के पैरों के तलवों की भी तेल से मालिश करता हूं, जिससे वे बहुत खुश और स्वस्थ रहते हैं।

 8. मेरे पैरों में दर्द हुआ करता था। मैंने रात को सोने जाने से पहले अपने पैरों के तलवों को 2 मिनट तक रोजाना जैतून के तेल से मालिश करना शुरू किया। इस प्रक्रिया से मेरे पैरों में दर्द से राहत मिली।

 9  मेरे पैरों में हमेशा सूजन रहती थी और जब मैं चलता था, मैं थक जाता था। मैंने रात को सोने जाने से पहले अपने पैरों के तलवों पर तेल मालिश की इस प्रक्रिया को शुरू किया। सिर्फ 2 दिनों में, मेरे पैरों की सूजन गायब हो गई।

 10  रात में, बिस्तर पर जाने से पहले, मैंने अपने पैरों के तलवों पर तेल की मालिश का एक टिप देखा और उसे करना शुरू कर दिया। इससे मुझे बहुत ही चैन की नींद मिली।

 11 बड़ी अदभुत बात है।  यह टिप आरामदायक नींद के लिए नींद की गोलियों से बेहतर है। मैं अब हर रात अपने पैरों के तलवों की तेल से मालिश करके सोता हूं।

 12  मेरे दादाजी के पैरों के तलवों में जलन होती थी और सिरदर्द होता था। जब से उन्होंने अपने तलवों पर कद्दू का तेल लगाना शुरू किया, दर्द दूर हो गया।

 13. मुझे थायरॉइड की बीमारी थी। मेरे पैर में हर समय दर्द हो रहा था। पिछले साल किसी ने मुझे रात में बिस्तर पर जाने से पहले पैरों के तलवों पर तेल की मालिश का यह सुझाव दिया था। मैं इसे स्थायी रूप से कर रहा हूं। अब मैं आम तौर पर शांत हूं।

 14  मेरे पैर सुन रहे थे। मैं रात को बिस्तर पर जाने से पहले चार दिनों तक अपने पैरों के तलवों की तेल से मालिश कर रहा हूं। एक बड़ा अंतर है।

 15. बारह या तेरह साल पहले मुझे बवासीर हुआ था। मेरा दोस्त मुझे एक ऋषि के पास ले गया जो 90 साल का था।  उन्होंने हाथ की हथेलियों पर, उँगलियों के बीच, नाखूनों के बीच और नाखूनों पर तेल रगड़ने का सुझाव दिया और कहा: नाभि में चार-पाँच बूँद तेल डालें और सो जाएँ। मैं हकीम साहब की सलाह मानने लगा।  मुझे बहुत राहत मिली। इस टिप ने मेरी कब्ज की समस्या को भी हल कर दिया। मेरे शरीर की थकान भी दूर हो जाती है और मुझे चैन की नींद आती है।  खर्राटों को रोकता है।

 16 पैरों के तलवों पर तेल की मालिश एक आजमाई हुई और परखी हुई टिप है।

 17  तेल से मेरे पैरों के तलवों की मालिश करने से मुझे चैन की नींद मिली।

 18. मेरे पैरों और घुटनों में दर्द था।  जब से मैंने अपने पैरों के तलवों पर तेल की मालिश की टिप पढ़ी है, अब मैं इसे रोजाना करता हूं, इससे मुझे चैन की नींद आती है।

 19. जब से मैंने रात को बिस्तर पर जाने से पहले अपने पैरों के तलवों पर तेल की मालिश के इस नुस्खे का उपयोग करना शुरू किया है, तब से मुझे कमर दर्द हो गया है। मेरी पीठ का दर्द कम हो गया है और भगवान का शुक्र है कि मुझे बहुत अच्छी नींद आई है।

  रहस्य इस प्रकार है:–

 रहस्य बहुत ही सरल, बहुत छोटा, हर जगह और हर किसी के लिए बहुत आसान है। किसी भी तेल, सरसों या जैतून, आदि को पैरों के तलवों और पूरे पैर पर लगायें, विशेषकर तलवों पर तीन मिनट के लिए और दाहिने पैर के तलवे पर तीन मिनट के लिए।  रात को सोते समय पैरों के तलवों की मालिश करना कभी न भूलें, और बच्चों की मालिश भी इसी तरह करें। इसे अपने जीवन के बाकी हिस्सों के लिए एक दिनचर्या बना लें। फिर प्रकृति की पूर्णता को देखें। आप अपने पूरे जीवन में कंघी करते हैं।  क्यों न पैरों के तलवों पर तेल लगाया जाए।

 प्राचीन चीनी चिकित्सा के अनुसार, पैरों के नीचे लगभग 100 एक्यूप्रेशर बिंदु हैं।  उन्हें दबाने और मालिश करने से मानव अंगों को भी ठीक किया जाता है।  उसे फुट रिफ्लेक्सॉजी कहा जाता है।  दुनिया भर में पैरों की मालिश चिकित्सा का उपयोग किया जाता है।

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( ͡° ͜ʖ ͡°)
🍃 डॉ राव पी सिंह DNYS🍃
योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा
लाईफ ओके नेचर केयर एवं योगा सेंटर
✿◕ ‿ ◕✿

बुधवार, 24 अक्टूबर 2018

उत्तर प्रदेश में शस्त्र लाइसेंस आवेदन हेतु वांछित अभिलेख और औपचारिकताएं।

(1.) मूल निवास प्रमाण पत्र की छायाप्रति।

(2.) आधार कार्ड की छायाप्रति।

(3.) वोटर कार्ड अथवा ड्राइविंग लाइसेंस अथवा पासपोर्ट की छायाप्रति।

(4.) पैनकार्ड की छायाप्रति।

(5.) आर्थिक स्थिति हेतु इनकम टैक्स रिटर्न की छायाप्रति अथवा यदि नौकरी कर रहे है तो नियोक्ता द्वारा प्रदत्त वेतनमान पत्र की छायाप्रति।

(6.) शैक्षिक योग्यता का प्रमाण पत्र।

(7.) व्यपार किये जाने का प्रमाण पत्र।

(8.) आयु हेतु जन्म प्रमाण पत्र या हाईस्कूल की सनद की छायाप्रति।

(9.) मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा प्रदत्त स्वास्थ्य प्रमाण पत्र एस-3।

(10.) विवाहित होने पर पत्नी का अनापत्ति शपथ पत्र अथवा अविवाहित होने पर माता का अनापत्ति शपथ पत्र।

(11.) जाति प्रमाण पत्र की छायाप्रति।

(12.) फिंगर प्रिंट शपथ पत्र की छायाप्रति।

(13.) यदि आवेदक वृद्ध अथवा मृतक श्रेणी के अंतर्गत आवेदन कर रहा है तो उसे वारिसान के अनापत्ति शपथ पत्र प्रस्तुत करने होंगे। मृतक का मृत्यु व वारिसान प्रमाण पत्र की छायाप्रति।

(14.) यदि आवेदक अपराध पीड़ित श्रेणी के अंतर्गत आवेदन कर रहा है तो F.I.R. की सत्यापित प्रति प्रस्तुत करनी होगी, जिसमें उसका नाम अथवा गवाह के रूप में होगा तभी आवेदन पत्र स्वीकार किया जा सकता हैं।

(15.) दो गारन्टर के शपथ पत्र मय गारन्टर की आईडी के प्रस्तुत करने होंगे तथा गारन्टर के विरुद्ध कोई आपराधिक वाद नहीं होना चाहिए।

(16.) यदि आवेदक वन सेंचुरी में अथवा वन सेंचुरी के 10 किमी के दायरे में निवास करता हैं तो वन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त कर प्रस्तुत करना होगा।

(17.) स्वयं के शपथ पत्र की छायाप्रति।

(18.) वृद्ध श्रेणी में आवेदन करने पर संबंधित वृद्ध का अनापत्ति शपथ पत्र प्रस्तुत करना होगा।

(19.) मृतक श्रेणी में आवेदन करने पर शस्त्र जमा करने की रसीद/मूल लाइसेंस।

(20.) प्रतिसार निरीक्षक, पुलिस लाइन से शस्त्र संचालन का एस–1 प्रमाण पत्र।

(21.) एस–2 प्रमाण पत्र।

(22.) आवेदक व्यपारी है तो व्यपार से संबंधित साक्ष्य।

(23) आवेदक उद्यमी है तो उद्यमी से संबंधित साक्ष्य।

नोट :- उपरोक्त अभिलेख तीन प्रतियों में स्वप्रमाणित कर निर्धारित प्रारूप के साथ संलग्न करने होंगे। सभी शपथ पत्र मय फ़ोटो के होने चाहिए।

द्वारा:- ठाकुर सचिन चौहान अग्निवंशी